Sunita Williams Health Update : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की जानी-मानी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स हाल ही में अंतरिक्ष मिशन से लौटने के बाद गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही हैं। जानकारी के अनुसार, अंतरिक्ष में बिताए गए लंबे समय के कारण उनके शरीर में कई बदलाव आए हैं, जिनमें हड्डियों की कमजोरी, मांसपेशियों की क्षति और इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी शामिल हैं।
अंतरिक्ष से लौटने के बाद स्वास्थ्य समस्याएं क्यों होती हैं?
जब कोई अंतरिक्ष यात्री लंबे समय तक शून्य गुरुत्वाकर्षण (Zero Gravity) में रहता है, तो उसके शरीर पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने से –
✔ हड्डियों की घनत्व (Bone Density) कम हो जाती है, जिससे वे कमजोर हो जाती हैं।
✔ मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं, क्योंकि शरीर को गुरुत्वाकर्षण के खिलाफ काम नहीं करना पड़ता।
✔ रक्त संचार प्रणाली (Blood Circulation) प्रभावित होती है, जिससे दिल की कार्यक्षमता कमजोर हो सकती है।
✔ इम्यून सिस्टम (Immune System) कमजोर हो जाता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
सुनीता विलियम्स की तबीयत पर नासा का क्या कहना है?
नासा के डॉक्टरों का कहना है कि सुनीता विलियम्स की सेहत पर लगातार नजर रखी जा रही है और उन्हें मेडिकल निगरानी में रखा गया है। उनके स्वास्थ्य की पूरी तरह से जांच की जा रही है ताकि ये पता लगाया जा सके कि अंतरिक्ष मिशन के बाद उनके शरीर में किस तरह के बदलाव हुए हैं।
क्या यह पहली बार हुआ है?
ये कोई पहली घटना नहीं है जब कोई अंतरिक्ष यात्री धरती पर लौटने के बाद बीमार पड़ा हो। इससे पहले भी कई नासा और रूस के अंतरिक्ष यात्री लंबे मिशनों के बाद शारीरिक समस्याओं का शिकार हो चुके हैं। 2019 में लौटे नासा के अंतरिक्ष यात्री स्कॉट केली ने बताया था कि उनके डीएनए (DNA) में भी बदलाव देखे गए थे।
भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरिक्ष यात्रियों के स्वास्थ्य पर कम से कम प्रभाव पड़े, इसके लिए नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों को नई तकनीकों पर काम करना होगा। वैज्ञानिक माइक्रोग्रैविटी (Microgravity) के असर को कम करने के लिए स्पेस वर्कआउट और दवाओं पर रिसर्च कर रहे हैं।
सुनीता विलियम्स की सेहत को लेकर उनके प्रशंसकों में चिंता बढ़ गई है, लेकिन नासा और मेडिकल टीम उनकी देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उम्मीद की जा रही है कि वह जल्द ही स्वस्थ होकर अपने अगले मिशन के लिए तैयार हो जाएंगी। उनके इस साहस और समर्पण को दुनिया सलाम कर रही है।