Wing Commander Vyomika Singh : नई दिल्ली – विंग कमांडर व्योमिका सिंह कौन हैं ? ये सवाल आज हर किसी की जुबान पर है। क्योंकि देश की बेटी विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पहलगाम आतंकी हमले के दुश्मनों का हिसाब किया है। भारत ने हाल ही में पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एयर स्ट्राइक की। इस महत्वपूर्ण मिशन की जानकारी देने के लिए भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस ब्रीफिंग में दो महिला अधिकारियों की उपस्थिति ने भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाया।
Wing Commander Vyomika Singh कौन हैं?
विंग कमांडर व्योमिका सिंह का नाम ही उनके भविष्य की दिशा को दर्शाता है; ‘व्योमिका’ का अर्थ है ‘आसमान की निवासी’। बचपन से ही उनका सपना था कि वे आसमान में उड़ान भरें। उन्होंने नेशनल कैडेट कोर (NCC) में शामिल होकर अपने सपने की ओर पहला कदम बढ़ाया। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद, वे अपने परिवार की पहली सदस्य बनीं जिन्होंने सशस्त्र बलों में सेवा दी।
#WATCH |Delhi | #OperationSindoor| Wing Commander Vyomika Singh says, “Operation Sindoor was launched by the Indian Armed Forces to deliver justice to the victims of the Pahalgam terror attack and their families. Nine terrorist camps were targeted and successfully destroyed…… pic.twitter.com/Gmw6WHrYVO
— ANI (@ANI) May 7, 2025
18 दिसंबर 2019 को उन्हें भारतीय वायुसेना में हेलिकॉप्टर पायलट के रूप में स्थायी कमीशन प्राप्त हुआ। तब से विंग कमांडर व्योमिका सिंह 2,500 से अधिक उड़ान घंटे पूरे किए हैं, जिसमें उन्होंने चेतक और चीता जैसे हेलिकॉप्टरों को जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत के कठिन इलाकों में उड़ाया है।
ऑपरेशन सिंदूर में कार्रवाई
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई। इसके जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से भाग लिया। विंग कमांडर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ये मिशन न्याय दिलाने के लिए था, न कि तनाव बढ़ाने के लिए। उन्होंने कहा, “इस मिशन का उद्देश्य पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाना था।” इस ऑपरेशन में बहावलपुर, मुरीदके और गुलपुर जैसे आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
उच्च जोखिम वाले मिशनों में अनुभव
लाडली बेटी व्योमिका ने कई उच्च जोखिम वाले मिशनों में भाग लिया है। नवंबर 2020 में, उन्होंने अरुणाचल प्रदेश में एक महत्वपूर्ण बचाव अभियान का नेतृत्व किया, जिसमें उन्होंने कठिन मौसम और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में उड़ान भरकर लोगों को सुरक्षित निकाला। इसके अलावा, 2021 में, उन्होंने माउंट मणिरंग (21,650 फीट) की चढ़ाई करने वाले तीनों सेनाओं की ऑल-वुमन माउंटेन एक्सपीडिशन में भाग लिया।
भारतीय वायुसेना में महिलाओं की बढ़ती भूमिका
देश की बेटी व्योमिका की उपलब्धियां भारतीय वायुसेना में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाती हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और साहस ने उन्हें न केवल एक कुशल पायलट बनाया है, बल्कि एक प्रेरणा स्रोत भी बनाया है। उनकी कहानी यह साबित करती है कि भारतीय महिलाएं अब सशस्त्र बलों में अग्रणी भूमिकाएं निभा रही हैं।
विंग कमांडर की कहानी साहस, समर्पण और देशभक्ति की मिसाल है। उनकी उपलब्धियां न केवल भारतीय वायुसेना के लिए गर्व की बात हैं, बल्कि सभी भारतीयों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनका योगदान यह दर्शाता है कि भारतीय महिलाएं अब हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं और देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।