चंडीगढ़ : समिट इंडिया द्वारा Atharv Bharat 2025 राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में कई राज्यों के राज्यपाल और देश के कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया और राष्ट्र निर्माण में सांस्कृतिक मूल्यों की भूमिका पर अपने विचार साझा किए। Summit India के अध्यक्ष श्याम जाजू ने इस दौरान कहा, “अथर्व भारत कोई सिर्फ विचार नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। ये धर्म, करुणा और समरसता पर आधारित है।”
Summit India के महासचिव महेश वर्मा ने बताया, “हम एक ऐसे भारत का निर्माण करना चाहते हैं जो आर्थिक रूप से मजबूत होने के साथ-साथ नैतिक मूल्यों से भी समृद्ध हो।” पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया (Gulab Chand Kataria) ने कहा, “समिट इंडिया जैसे संगठन देश की प्रगति में अहम भूमिका निभाते हैं।” वहीं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल (Shiv Pratap Shukla) ने कहा, “ये कार्यक्रम युवाओं को देश के प्रति समर्पण की भावना जगाएगा।”
सम्मानित हुए कई गणमान्य व्यक्ति
इस मौके पर देशभर से आए सामाजिक कार्यकर्ताओं, शिक्षाविदों और युवा नेताओं को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। समारोह का समापन “वसुधैव कुटुम्बकम” (सारा विश्व एक परिवार है) के संदेश के साथ हुआ। आयोजकों ने कहा कि “कर्म करना ही हमारा धर्म है, फल की चिंता नहीं करनी चाहिए” – यही Atharv Bharat की मूल भावना है। ये कार्यक्रम भारत को एक सशक्त और मूल्य आधारित राष्ट्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। समिट इंडिया ने भविष्य में भी ऐसे आयोजन करने की योजना बनाई है।
Summit India was privileged to have the Hon’ble Governor of Punjab, Shri Gulab Chand Kataria ji, as the Chief Guest at ATHARV BHARAT-2025. He felicitated changemakers leading India’s growth in education, governance, and social development. Grateful for his inspiring presence! pic.twitter.com/YFHY3GSAs9
— Summit India (@SummitIndiaorg) April 26, 2025
Atharv Bharat का मकसद
समिट इंडिया एक ऐसा मंच है जो नीति-निर्माण, सामाजिक उत्थान और मूल्याधारित नेतृत्व को बढ़ावा देता है। इसी कड़ी में “अथर्व भारत” की अवधारणा को साकार करने के लिए ये समारोह आयोजित किया गया, जिसमें देश के प्रतिष्ठित नेताओं, विचारकों और युवाओं ने भाग लिया। यही वजह है कि जहां समिट इंडिया के अध्यक्ष श्याम जाजू ने सांस्कृतिक विरासत को याद किया, वहीं Athrav Bharat को वैदिक परंपरा की गहरी जड़ों जैसा मजबूत बताया है।
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राज्यपालों का विशेष संबोधन
कार्यक्रम को पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने संबोधित किया। यहां गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि, “समिट इंडिया जैसी संस्थाएं राष्ट्र की चेतना को जगाने का काम करती हैं। ये मंच भारतीय सभ्यता की समृद्ध विरासत को आधुनिक विमर्श से जोड़ रहा है।” वहीं शिव प्रताप शुक्ल ने अपने संबोधन में कहा कि,”‘अथर्व भारत’ का ये विचार हमारी नई पीढ़ी को राष्ट्रभक्ति, सेवा और सांस्कृतिक जागरूकता की नई प्रेरणा देगा। ऐसे आयोजनों से समाज में नवचेतना का संचार होता है।”
“अथर्व भारत” की अवधारणा न केवल एक सपना है, बल्कि एक सशक्त रणनीति भी है, जो भारत को सांस्कृतिक गौरव, आर्थिक समृद्धि और नैतिक मूल्यों के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। समिट इंडिया का ये आयोजन राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जो भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के संकल्प को मजबूत करता है।