Direct Action Day क्या है ?, The Bengal Files में क्या दिखाया गया ?

Direct Action Day को अक्सर Bengal Riots 1946 या Great Calcutta Killings भी कहा जाता है, क्योंकि ये बंगाल में शुरू हुआ था। बंगाल की राजधानी कोलकाता उस समय इस हिंसा का केंद्र बन गया था, जहां तीन दिन तक खून की नदियां बहती रहीं।
Direct Action Day Bharat Viral News

: भारत का इतिहास कई घटनाओं से भरा हुआ है, लेकिन उनमें से एक सबसे विवादित घटना Direct Action Day या फिर के नाम से जानी जाती है। ये घटना इतनी भयावह थी कि इसे आज भी Great Killings के नाम से इतिहास में याद किया जाता है। आज हम जानेंगे कि Direct Action Day क्या है, Direct Action Day क्यों हुआ था, Direct Action Day की जानकारी और इससे जुड़ी सच्चाई क्या है।

Direct Action Day क्या है?

Direct Action Day को इतिहास में 16 अगस्त 1946 के दिन से जोड़ा जाता है, जब भारत में बड़े पैमाने पर दंगे हुए। ये दिन मुस्लिम लीग द्वारा भारत में पाकिस्तान की मांग के लिए “Direct Action” का ऐलान करके शुरू किया गया था। कोलकाता शहर में उस दिन इतनी हिंसा हुई कि हजारों लोगों की जान चली गई और लाखों लोग बेघर हो गए। इतिहासकार मानते हैं कि ये घटना भारत के बंटवारे की सबसे बड़ी वजहों में से एक साबित हुई।

कुछ विदेशी मीडिया की रिपोर्ट्स बताती हैं कि, कई दिनों तक हिंदुओं का कत्लेआम होता रहा। लेकिन किसी ने भी इसे रोकने की कोशिश नहीं की। इस कत्लेआम में सबसे ज्यादा महिलाओं को निशाना बनाया गया। पीड़ित बताते हैं कि, उन्हें सबसे ज्यादा दुख इस बात का हुआ कि, भारत के बाकी लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई। 2025 में भी ये घटना महज चंद फाइलों में दर्ज है।

Direct Action Day क्यों हुआ था?

Direct Action Day का ऐलान मोहम्मद अली जिन्ना () ने किया था, जो मुस्लिम लीग के नेता और पाकिस्तान के संस्थापक थे। उनकी मांग थी कि भारत में हिंदुओं और मुसलमानों के लिए अलग-अलग राष्ट्र बनाए जाएं, और पाकिस्तान का गठन हो। इस मांग का विरोध कांग्रेस ने किया, क्योंकि उनका मानना था कि भारत एक संयुक्त राष्ट्र रहना चाहिए।

जब मुस्लिम लीग की मांग अस्वीकार हुई, तो जिन्ना ने 16 अगस्त 1946 को “Direct Action” का आह्वान किया। इसके बाद मुस्लिम एकजुट हुए और हिंदुओं को निशाना बनाने का अभियान शुरू हुआ। रिपोर्ट्स बताती हैं कि, मुस्लिम पड़ोसियों ने अपने हिंदू पड़ोसियों को सबसे पहले निशाना बनाया। इस दौरान बड़ी संख्या में बच्चों को मौत के घाट उतार दिया गया। हैरानी की बात ये है कि, उस समय कई दिन तक इस घटना को छुपाने की कोशिश होती रही।

Great Calcutta Killings Bharat Viral News
Great Calcutta Killings Bharat Viral News

Direct Action Day के बारे में पूरी जानकारी

Direct Action Day की शुरुआत कोलकाता में हुई, जहां मुस्लिम लीग के नेताओं ने बड़े पैमाने पर रैली और सभा आयोजित की। इस रैली के बाद अचानक शहर में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच दंगे भड़क उठे, जिनमें कई लोग मारे गए। अलग-अलग रिपोर्ट्स के अनुसार, सिर्फ तीन दिनों में लगभग 4000 से ज्यादा लोग मारे गए और करीब 1 लाख लोग बेघर हुए।

4 हजार लोगों की हत्या का आंकड़ा बेहद कम बताया जाता है। स्थानीय लोगों का दावा है कि, यहां करीब 55 से 60 हजार हिंदुओं को मौत के घाट उतारा गया था। सरकारी रिपोर्ट्स बताती हैं कि, ये कत्लेआम सिर्फ शहर के कुछ इलाके में हुआ। जबकि विदेशी मीडिया का दावा है कि, ये कत्लेआम शहर के अलावा आस पास के गांव और इलाकों में भी हुआ। कई दिनों तक शव पड़े रहे और फिर गिद्ध उन्हें अपना खाना बनाने लगे। ये घटना इतनी भयानक थी कि इसे इतिहास में Great Calcutta Killings कहा जाने लगा।

Direct Action Day के परिणाम

Direct Action Day के बाद भारत की राजनीति पूरी तरह बदल गई और हिंदू-मुस्लिम संबंधों में और ज्यादा तनाव बढ़ गया। कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच गहरी खाई बन गई, जिससे विभाजन की संभावना और मजबूत हो गई। ब्रिटिश सरकार को भी इस घटना के बाद लगने लगा कि भारत को एकजुट रखना लगभग असंभव है। आखिरकार, 1947 में भारत का विभाजन हुआ और पाकिस्तान का गठन इसी प्रक्रिया का परिणाम माना गया।

Direct Action Day और Bengal Riots

Direct Action Day को अक्सर Bengal Riots 1946 या Great Calcutta Killings भी कहा जाता है, क्योंकि ये बंगाल में शुरू हुआ था। बंगाल की राजधानी कोलकाता उस समय इस हिंसा का केंद्र बन गया था, जहां तीन दिन तक खून की नदियां बहती रहीं। इतिहासकारों के अनुसार, ये दंगे योजनाबद्ध थे और इसमें राजनीतिक पार्टियों की भूमिका भी बताई जाती है।

Direct Action Day ने बंगाल के इतिहास पर गहरी चोट छोड़ी, जिसका असर आज तक महसूस किया जाता है। उस समय कांग्रेस पर इस मामले को दबाने का आरोप लगा। कहा जाता है कि, कांग्रेस नहीं चाहती थी कि, इस बारे में देश के बाकी लोगों को पता चले। हालांकि ब्रिटिश सरकार के कुछ बड़े अधिकारियों ने बाद में कुछ किताबों में इसका जिक्र किया है। उनका दावा है कि, कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों ने अपने सियासी फायदे के लिए ये कत्लेआम कराया।

Direct Action Day Bharat Viral News
Direct Action Day Bharat Viral News

The Bengal Files फिल्म में क्या दिखाया गया?

हाल ही में बनी फिल्म The Bengal Files ने Direct Action Day और Bengal Riots की कहानी को बड़े पर्दे पर पेश किया। इस फिल्म में दिखाया गया कि कैसे धार्मिक नफरत और राजनीति ने इंसानियत को पीछे छोड़कर खून-खराबे को जन्म दिया। The Bengal Files में पीड़ित परिवारों के दर्द, महिलाओं पर हुए अत्याचार और बेघर हुए लोगों की दास्तान दिखाई गई है। ये फिल्म दर्शकों को इतिहास की उस सच्चाई से रूबरू कराती है, जिसे लंबे समय तक दबा दिया गया था।

Direct Action Day और जिन्ना की भूमिका

Direct Action Day की घोषणा सीधे तौर पर मोहम्मद अली जिन्ना ने की थी, जिन्होंने पाकिस्तान की मांग को मजबूती से रखा। उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस और ब्रिटिश सरकार उनकी मांग नहीं मानती, तो वे “Direct Action” करेंगे। उनका ये ऐलान सिर्फ एक राजनीतिक संदेश नहीं था, बल्कि एक हिंसक आंदोलन की शुरुआत बन गया। जिन्ना के इस कदम को इतिहासकार भारत के विभाजन की जड़ मानते हैं।

The Bengal Files Bharat Viral News
The Bengal Files Bharat Viral News

Direct Action Day का असर भारतीय समाज पर

Direct Action Day ने भारतीय समाज में गहरी दरार पैदा कर दी, जिसकी गूंज आज भी महसूस की जाती है। हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच अविश्वास इतना बढ़ा कि एक साथ रहना मुश्किल हो गया। सामाजिक रिश्ते टूट गए, हजारों परिवार बर्बाद हो गए और लाखों लोग हमेशा के लिए विस्थापित हो गए। ये घटना इस बात का प्रमाण है कि राजनीति और धर्म जब मिल जाते हैं, तो कितना बड़ा विनाश हो सकता है।

ये भी पढ़ें- मोदी सरकार की नई योजना से 3.5 करोड़ नौकरियां! ELI Scheme में सीधे बैंक खाते में पैसे

Direct Action Day क्यों याद रखना जरूरी है?

Direct Action Day सिर्फ इतिहास का एक अध्याय नहीं है, बल्कि ये आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सबक भी है। अगर धार्मिक और राजनीतिक मतभेदों को सही तरीके से हल नहीं किया जाए, तो परिणाम हमेशा विनाशकारी होते हैं। The Bengal Files जैसी फिल्में इसी वजह से जरूरी हैं, क्योंकि वे हमें सच्चाई दिखाती हैं और इतिहास से सबक लेने को कहती हैं। Direct Action Day हमें यह सिखाता है कि नफरत की राजनीति कभी भी इंसानियत के लिए सही नहीं हो सकती।

Direct Action Day भारतीय इतिहास की सबसे काली घटनाओं में से एक है, जिसने लाखों लोगों की जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी। इस घटना ने भारत को विभाजन की ओर धकेला और समाज में गहरी खाई पैदा कर दी। The Bengal Files जैसी फिल्में इस सच को जनता के सामने लाती हैं और हमें इतिहास को दोहराने से रोकती हैं। Direct Action Day को याद रखना जरूरी है, ताकि हम समझ सकें कि धर्म और राजनीति का घातक मेल कितना खतरनाक हो सकता है।

author avatar
Mohit Singh Author
Mohit Singh Chaudhary is a seasoned journalist with over 10 years of experience in the media industry. Throughout his career, he has worked with several reputed news organizations, including India News, Zee News, ANB National, Khabar Fast, Citizen Voice, OK India, HCN News, and VK News.
Share it :

सम्बंधित ख़बरें