Mavji Maharaj on PM Narendra Modi : भारत की राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सबसे बड़ा चेहरा बन चुके हैं और उनकी लोकप्रियता देश से बाहर तक फैली है। लेकिन हैरानी की बात ये है कि उनके प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी 238 साल पहले राजस्थान के संत मावजी महाराज ने कर दी थी। इतना ही नहीं भविष्यवाणी में ये साफ साफ लिख दिया था कि, नरेंद्र मोदी कितनी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।
क्या हुआ सुनकर हैरान हो गए ? तो चलिए आज इस बारे में Bharat Viral News आपको पूरी जानकारी देने जा रहा है। लेकिन उससे पहले आपको संत मावजी महाराज के बारे में जान लेना चाहिए। ताकि भविष्यवाणी की विश्वसनीयता को आप बेहतर तरीके से समझ पाएं।
मावजी महाराज कौन थे? (Who was Mavji Maharaj?)
मावजी महाराज का जन्म बांसवाड़ा और डूंगरपुर के पास एक छोटे गांव साबला में हुआ था और वे एक महान संत बने। उन्होंने निष्कलंक संप्रदाय की स्थापना की और जाति-पाति के भेदभाव को समाप्त करने का संदेश दिया। उनकी शिक्षाओं ने आदिवासियों, पिछड़ों और दलितों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में ऐतिहासिक भूमिका निभाई।
मावजी महाराज के ग्रंथ और उनकी खासियत
1786 के आसपास उन्होंने 72 लाख से ज्यादा छंद लिखे और पांच बड़े ग्रंथ तैयार किए जिन्हें चौपड़ कहा जाता है। इन ग्रंथों को बागड़ी भाषा में बांस की कलम और लाख की स्याही से लिखा गया और आज भी सुरक्षित रखा गया है। इन्हीं ग्रंथों में कई भविष्यवाणियां दर्ज हैं जो आज की दुनिया में एक-एक करके सच साबित हो रही हैं।
मावजी महाराज की प्रमुख भविष्यवाणियां
- पूर्व-पश्चिम का मेल – उन्होंने लिखा कि पूर्व और पश्चिम के बीच गहरा संबंध होगा, जो आज भारत-अमेरिका रिश्तों में दिखता है।
- खेती में बदलाव – बैलों के सिर से बोझ हटेगा, यानी आधुनिक खेती ट्रैक्टर और मशीनों से होगी।
- महिलाओं की भूमिका – बहुएं और बेटियां घर से बाहर काम करेंगी और समाज में बराबरी पाएंगी।
- जाति बंधन का अंत – जाति और धर्म के बंधन टूटेंगे और भक्ति का मार्ग समाज को जोड़ने का साधन बनेगा।
- धरती का तापमान – धरती तांबे के रंग जैसी हो जाएगी, यानी ग्लोबल वार्मिंग का संकेत पहले ही लिख दिया गया।
Narendra Modi और भविष्यवाणी की रहस्यमयी शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अक्सर लोगों ने भविष्यवाणियां सुनी हैं, लेकिन ये भविष्यवाणी सबसे अनोखी और चौंकाने वाली थी। दरअसल, मावजी महाराज नामक संत ने अपने ग्रंथों में यह लिख दिया था कि भविष्य में गुजरात से एक बड़ा नेता निकलेगा।
उनकी भविष्यवाणी में साफ संकेत था कि गुजरात से उठने वाला यह नेता दिल्ली तक पहुंचेगा और सत्ता की रोशनी जगाएगा। आज लोग इस भविष्यवाणी को देखकर हैरान रह जाते हैं कि सैकड़ों साल पहले ऐसी बातें किस तरह से लिखी गई थीं।
नरेंद्र मोदी और 2014 का ऐतिहासिक चुनाव
2014 से पहले विपक्ष और कुछ राजनीतिक विश्लेषक कहते थे कि नरेंद्र मोदी कभी प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे। लेकिन जनता के अपार समर्थन और गुजरात मॉडल की वजह से मोदी न केवल जीते बल्कि इतिहास रचते हुए प्रधानमंत्री बने। यहां उन्होंने ये भी लिखा कि, डंका बजाने वाला शख्स कई बार शीर्ष पद पर रहेगा। यहीं पर मावजी महाराज की भविष्यवाणी सच साबित होती दिखी, जिसने कहा था कि गुजरात का डंका बजेगा और दिल्ली में दीप जलेगा।
नरेंद्र मोदी और राजस्थान का आध्यात्मिक रिश्ता
अप्रैल 2014 में नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बेणेश्वर धाम का दौरा किया था और वहां मावजी महाराज के ग्रंथ देखे थे। उन्होंने सार्वजनिक मंच पर कहा कि यह भविष्यवाणी उनके जीवन और राजनीति से जुड़ी हुई है और ये सच साबित हो रही है। ये वही जगह थी जहां से उन्होंने कांग्रेस सरकार के खिलाफ मजबूत संदेश दिया और राजस्थान की जनता को भी जोड़ा।
नरेंद्र मोदी और गुजरात का डंका
मावजी महाराज ने साफ शब्दों में लिखा था – “गुजरात नो डंको वागे” यानी गुजरात का डंका बजेगा और पूरी दुनिया सुनेगी। नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री रहते ही गुजरात का मॉडल पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना और डंका सच में बजा। इसके बाद भविष्यवाणी में लिखा था कि “दिल्ली मां दीप लागे”, यानी गुजरात से नेता दिल्ली पहुंचेगा और सत्ता संभालेगा और ये कई बार होगा।
नरेंद्र मोदी की सोच और जाति से ऊपर राजनीति
प्रधानमंत्री मोदी अक्सर कहते हैं कि उनकी जाति केवल गरीबों की जाति है और यही उनकी असली पहचान है। उनकी योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना और आयुष्मान भारत, जाति और धर्म से परे सबको लाभ देती हैं। मावजी महाराज ने भी यही भविष्यवाणी की थी कि जाति-धर्म से ऊपर उठकर समाज एक नई दिशा पाएगा।
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नरेंद्र मोदी और मावजी महाराज का गहरा विश्वास
मोदी जब बेणेश्वर धाम पहुंचे तो उन्होंने मावजी महाराज के ग्रंथों को बड़े ध्यान से पढ़ा और उनके शब्दों को आत्मसात किया। उन्होंने कहा था कि यह ग्रंथ केवल धर्म नहीं बल्कि भविष्य की दिशा दिखाने वाला एक आईना हैं। राजस्थान की जनता भी मावजी महाराज को निष्कलंक भगवान मानती है और उनकी भविष्यवाणियों पर विश्वास करती है।
ग्रंथों का डिजिटलाइजेशन और मोदी सरकार
प्रधानमंत्री मोदी की सरकार मावजी महाराज के ग्रंथों का डिजिटलाइजेशन करवा रही है ताकि आने वाली पीढ़ियां इसे पढ़ सकें। राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन के तहत इन ग्रंथों का हिंदी अनुवाद कर इंटरनेट पर उपलब्ध कराने की योजना बनाई जा रही है। इससे देशभर के लोग जान पाएंगे कि भारत में भी Nostradamus जैसे भविष्यवक्ता संत रहे हैं।
भारत में राजनीति और अध्यात्म का संगम हमेशा से खास रहा है और नरेंद्र मोदी इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं। उनका प्रधानमंत्री बनना केवल जनता का आशीर्वाद नहीं बल्कि संतों की वाणी का साकार होना भी माना जा सकता है।
नरेंद्र मोदी की वैश्विक यात्रा
आज नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते हैं और भारत को विश्व शक्ति के रूप में स्थापित कर रहे हैं। चाहे अमेरिका हो, यूरोप हो या एशिया के देश, हर जगह नरेंद्र मोदी की पहचान और प्रभाव लगातार बढ़ रहा है।
मावजी महाराज की 238 साल पुरानी भविष्यवाणी आज अक्षरशः सच हो चुकी है और नरेंद्र मोदी इसके जीवंत प्रमाण बन गए हैं। उनका प्रधानमंत्री बनना केवल राजनीति नहीं बल्कि इतिहास, अध्यात्म और संतों की वाणी का अद्भुत संगम है।