WAFQ Board Bill आया, तो देश को शाहीन बाग बना देंगे- मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड

Waqf Board Bill Amendment 2025: वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने खुली धमकी दी है। AIMPLB  के नेताओं ने शाहीन बाग की तर्ज पर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने की धमकी दी है।
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Waqf Board Bill Amendment 2025: वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने खुली धमकी दी है। AIMPLB  के नेताओं ने शाहीन बाग की तर्ज पर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने की धमकी दी है। इस विधेयक के खिलाफ सभाओं और विरोध प्रदर्शनों की योजना बनाई जा रही है। AIMPLB के प्रवक्ता सैयद कासिम रसूल इलियास ने जानकारी दी कि पहले से प्रस्तावित धरना, होली और संसद की छुट्टियों के कारण अब 17 मार्च को आयोजित किया जाएगा।

‘पूरे देश में करेंगे आंदोलन’

जब उनसे ये पूछा गया कि क्या शाहीन बाग की तरह लंबे समय तक प्रदर्शन किया जाएगा, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि ये विधेयक पारित हो जाता है, तो वे राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ेंगे, ठीक वैसे ही जैसे किसानों ने अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया था। उन्होंने कहा, “हमारी लड़ाई लोकतांत्रिक और संवैधानिक तरीके से होगी। किसान आंदोलन की तरह हम भी अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करेंगे।”

मस्जिदों पर कब्जे की आशंका

उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि ये विधेयक पारित हो जाता है, तो मस्जिदों पर कब्जे शुरू हो सकते हैं। उन्होंने कहा, “अगर सरकार मस्जिदों पर कब्जा कर उन्हें ध्वस्त करने की कार्रवाई करती है, तो ये एक संवेदनशील मामला बन जाएगा। हमें याद रखना चाहिए कि बाबरी मस्जिद का मुद्दा 2019 तक चला था। हम नहीं चाहते कि फिर से ऐसा कोई विवाद पैदा हो।”

विपक्षी दलों का समर्थन जुटाने की कोशिश

AIMPLB ने इस विरोध प्रदर्शन में राजनीतिक दलों को भी शामिल करने की कोशिश की है। इलियास ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, एनसीपी, डीएमके, आरएलडी और अकाली दल (बादल गुट) को न्योता भेजा है। उन्होंने कहा, “हमें सूचना मिली है कि कई विपक्षी दल हमारे विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे। हमने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मुलाकात करने की कोशिश की थी, लेकिन अभी तक कोई औपचारिक बैठक नहीं हो पाई है। अगर मुलाकात होती है, तो हम उन्हें भी विरोध में शामिल होने का आग्रह करेंगे।”

आगे की रणनीति

AIMPLB ने स्पष्ट किया है कि वे अपने अधिकारों के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत संघर्ष करेंगे। इलियास ने कहा, “हम शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज कराएंगे और जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि ये विरोध केवल किसी एक समुदाय की नहीं, बल्कि पूरे देश के नागरिकों की आवाज है।

वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर AIMPLB का विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। संगठन का कहना है कि यदि विधेयक पारित हुआ, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन छेड़ेंगे। अब देखना ये होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है और विपक्षी दल AIMPLB के इस विरोध में कितना साथ देते हैं।

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