India Pakistan Tension के बीच बड़ा फैसला, पाकिस्तान परेशान

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, India Pakistan Tension के बीच इस अभ्यास में Indian Air Force के सभी फ्रंटलाइन लड़ाकू विमान (Fighter Aircrafts) हिस्सा लेंगे, जिनमें शामिल हैं:
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India Pakistan Tension : नई दिल्ली – भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ लगती दक्षिणी सीमा (India-Pakistan Southern Border) पर एक बड़े पैमाने की वायुसेना ड्रिल (Air Force Drill) के लिए 7 और 8 मई को ‘नोटिस टू एयरमेन’ (NOTAM) जारी किया है। इस सूचना के अनुसार, इन दो दिनों में संबंधित हवाई क्षेत्र में सामान्य उड़ानों पर रोक लगाई जाएगी और ये भारत की वायु शक्ति (Air Power) का एक महत्वपूर्ण प्रदर्शन माना जा रहा है। India Pakistan Tension के बीच ये फैसला दुश्मन देश की नींद उड़ाने वाला है। भारत सरकार के इस फैसले से क्या होने वाला है आइये देखते हैं।

NOTAM क्या होता है?

India Pakistan Tension के बीच NOTAM की खूब चर्चा हो रही है। चलिए जानते हैं NOTAM क्या है? NOTAM (Notice to Airmen) एक आधिकारिक सूचना होती है जो पायलटों और एयर ट्रैफिक कंट्रोल को दी जाती है, जब किसी विशेष हवाई क्षेत्र में एयरफोर्स अभ्यास (Military Airspace Restriction), खराब मौसम या किसी अन्य कारण से सामान्य उड़ानों पर प्रतिबंध लगता है। इस बार का NOTAM “Fairly Large-Scale Exercise” की तरफ इशारा करता है। Geo-intelligence एक्सपर्ट डेमियन साइमन के अनुसार, ये ड्रिल ना केवल सामान्य अभ्यास है बल्कि मौजूदा Indo-Pak tensions को ध्यान में रखते हुए एक चेतावनी (warning signal) भी हो सकती है।

कौन-कौन से Fighter Jets लेंगे हिस्सा?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, India Pakistan Tension के बीच इस अभ्यास में Indian Air Force के सभी फ्रंटलाइन लड़ाकू विमान (Fighter Aircrafts) हिस्सा लेंगे, जिनमें शामिल हैं:

  • Rafale Jets
  • Mirage 2000
  • Sukhoi Su-30MKI
  • Mig-29

ये विमान air-to-air combat और ground attack जैसे high-intensity युद्धाभ्यास में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा एयर डिफेंस और radar systems की भी टेस्टिंग की जाएगी। India Pakistan Tension के बीच इस ड्रिल की निगरानी एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारी (Top IAF Commanders) करेंगे और standard operating procedures (SOPs) को भी अपडेट किया जाएगा।

India-Pakistan Tension में Drill क्यों?

ये अभ्यास उस समय हो रहा है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव (India Pakistan Tension 2025) एक बार फिर बढ़ा है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले (Terror Attack in Kashmir 2025) में 26 लोग शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद देश में गुस्से का माहौल है और पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग तेज हो गई है। ऐसे समय में ये एयरफोर्स ड्रिल एक कड़ा संदेश देती है कि भारत किसी भी तरह की चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

India-Pakistan Tension के बीच ‘आक्रमण’

25 अप्रैल को Indian Air Force और Navy ने एक संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘ऑपरेशन आक्रमण’ (Operation Aakraman) किया था। इसमें भी राफेल और सुखोई जैसे fighter jets ने हिस्सा लिया था।

इस drill का मकसद था:

  • लंबी दूरी तक सटीक हमले (Deep Strike Missions)
  • दुर्गम क्षेत्रों में ऑपरेशन (Mountain Combat Simulation)
  • High-altitude target engagement

Operation Aakraman ने भारत की offensive capability को मजबूत दिखाया और international level पर एक स्पष्ट संदेश दिया कि Indian military modern, powerful और किसी भी परिस्थिति में action लेने को तैयार है।

1971 के बाद पहली Civil Defence Drill

1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद अब India Pakistan Tension होने पर पहली बार Civil Defence Exercise की national level पर योजना बनाई जा रही है। ये अभ्यास देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 259 स्थानों पर आयोजित किया जाएगा।

Drill का मकसद :

  • आम नागरिकों को war या emergency situations में safety skills सिखाना
  • Bombing, gas attack, और cyber attack से बचाव की जानकारी देना
  • Emergency evacuation और rescue operations का अभ्यास कराना

Government का ये कदम संकेत देता है कि वो हर संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार है, चाहे वो conventional war हो या hybrid warfare।

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अगर भारत-पाकिस्तान युद्ध हुआ तो क्या होगा?

युद्ध के खतरे और सुरक्षा:

  1. भारत-पाकिस्तान युद्ध (India Pakistan War 2025) की स्थिति में सबसे पहले सीमावर्ती क्षेत्रों (Border Villages) को खाली कराया जाएगा।
  2. Metro cities में Air Raid Sirens और Bomb Shelters activate किए जा सकते हैं।
  3. मोबाइल नेटवर्क, इंटरनेट और बिजली जैसी सेवाएं अस्थायी रूप से प्रभावित हो सकती हैं।
  4. नागरिकों को Gas Masks, Emergency Kits और Cyber Hygiene जैसी चीजों की जानकारी दी जाएगी।

युद्ध के बाद क्या असर होगा?

  • Economic Impact: स्टॉक मार्केट, रुपया और विदेशी निवेश पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
  • Infrastructure Loss: बॉर्डर और सैन्य क्षेत्रों में भारी तबाही की आशंका।
  • Humanitarian Crisis: शरणार्थियों की संख्या बढ़ सकती है, खासकर LOC के दोनों ओर।

युद्ध से बचने के लिए क्या करना चाहिए?

  • Diplomatic Talks: संघर्ष को सुलझाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डिप्लोमेटिक प्रयास ज़रूरी हैं।
  • People’s Awareness: सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर विश्वास करें।
  • Community Preparedness: local प्रशासन को community-level drills और जागरूकता अभियान चलाने चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

भारत द्वारा जारी किया गया ये NOTAM और मई की एयरफोर्स ड्रिल एक मजबूत संदेश है कि देश अपनी सुरक्षा और संप्रभुता से किसी भी हालत में समझौता नहीं करेगा। चाहे दुश्मन पारंपरिक युद्ध का रास्ता अपनाए या hybrid war की रणनीति, Indian Armed Forces पूरी तरह से तैयार हैं।

साथ ही, Civil Defence Drill का ऐलान ये दर्शाता है कि सरकार सिर्फ सीमा पर नहीं, बल्कि देश के हर नागरिक को mentally और practically युद्ध या आपदा से निपटने के लिए equip करना चाहती है। सवाल उठता है – क्या भारत और पाकिस्तान एक और युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं? इसका जवाब आने वाले हफ्तों की रणनीतियों और कूटनीति में छिपा है।

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Narendra Niru
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