Toll Tax : भारत में टोल टैक्स को लेकर बड़ी बहस होती है। जहां कुछ लोग खुलकर अच्छी सड़कों के लिए टोल टैक्स देते हैं। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अच्छी सड़क होने के बाद भी टोल टैक्स देना नहीं चाहते। इसी तरह के कई तर्क अक्सर सुनने को मिल जाते हैं। लेकिन इस बहस के बीच केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने टोल टैक्स को लेकर बड़ा बयान दिया है।
एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने खुलकर टोल टैक्स (Toll Tax) और हाइवेज पर टोल सिस्टम को लेकर खुलकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि सरकार टोल नीति में ऐसा बदलाव लाने जा रही है जिससे भविष्य में कोई भी इस पर सवाल नहीं उठा सकेगा।
New Toll Tax Policy का ऐलान
गडकरी ने टोल टैक्स की बढ़ती दरों को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि चूंकि संसद का सत्र चल रहा है, इसलिए वो इस पर ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते। हालांकि, उन्होंने ये जरूर बताया कि 1 अप्रैल 2025 से एक नई टोल पॉलिसी लागू होगी, जिससे लोग खुश होंगे और टोल से जुड़ी बहस खत्म हो जाएगी। हालांकि, उन्होंने इस नीति की विस्तृत जानकारी साझा करने से इनकार किया, लेकिन ये स्पष्ट किया कि नई व्यवस्था से लोग टोल दरों को लेकर सवाल नहीं करेंगे।
NHAI की आय में जबरदस्त बढ़ोतरी
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि फिलहाल भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की टोल आय 55,000 करोड़ रुपये है, जो अगले दो वर्षों में 1.40 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने इस दौरान छोटे निवेशकों को भी हाइवे निर्माण में निवेश करने का अवसर देने की बात कही। गडकरी ने कहा कि गरीब लोगों को भी हाइवे निर्माण में निवेश करने का मौका मिलेगा, जहां बैंकों द्वारा दी जाने वाली 4.5% ब्याज दर की तुलना में सरकार उन्हें 8.05% ब्याज देने का प्रस्ताव रखेगी।
Agriculture Sector में बड़ा योगदान
गडकरी ने देश की आर्थिक वृद्धि में ग्रामीण आबादी की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि भारत की 65% जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्र में निवास करती है, लेकिन इनका आर्थिक विकास में योगदान केवल 12% है। सरकार का लक्ष्य इस योगदान को बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि भारत तेजी से बायोफ्यूल की ओर अग्रसर हो रहा है और किसान अब केवल अन्नदाता नहीं, बल्कि ऊर्जा दाता भी बन रहे हैं।
उन्होंने भविष्यवाणी की कि आने वाले वर्षों में कृषि क्षेत्र की विकास दर 20% तक बढ़ सकती है। इसके अलावा, उन्होंने बायोफ्यूल से जुड़ी अपनी उपलब्धियों का भी जिक्र किया। गडकरी ने बताया कि जब उन्होंने बायोफ्यूल मिशन शुरू किया था, तब बहुत सारी चुनौतियाँ थीं, लेकिन आज भारत में 4000 से अधिक प्रोजेक्ट बायो एथेनॉल और बायो सीएनजी से जुड़े हुए हैं।
Mega Plan For 2047
भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य को लेकर भी गडकरी ने कई बड़े खुलासे किए। उन्होंने बताया कि 5 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। इसके तहत देशभर में 36 ग्रीन एक्सप्रेस हाइवे (Green Express Highway) बनाए जा रहे हैं। इन हाइवेज के निर्माण से चेन्नई से बेंगलुरु का सफर सिर्फ 2 घंटे में पूरा किया जा सकेगा, जबकि मुंबई से बेंगलुरु की दूरी 6 घंटे में तय की जा सकेगी। इसके अलावा, चेन्नई से सूरत हाईवे पर भी तेजी से काम किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर में बुनियादी ढांचे का विस्तार
केंद्रीय मंत्री ने ये भी बताया कि सरकार जम्मू-कश्मीर में 105 टनल का निर्माण कर रही है, जिससे क्षेत्र में यातायात सुविधाएं बेहतर होंगी। गडकरी ने कहा कि सरकार सिर्फ योजनाएं बनाने में विश्वास नहीं रखती, बल्कि उन्हें धरातल पर उतारने का भी काम करती है। उन्होंने ये भरोसा जताया कि 2047 तक भारत निश्चित रूप से एक विकसित राष्ट्र बनेगा।
गडकरी की इन घोषणाओं से स्पष्ट है कि सरकार सड़क अवसंरचना को लेकर एक बड़ा विजन रखती है। आने वाले वर्षों में टोल नीति में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा और देशभर में हाईवे निर्माण की गति और तेज होगी।